उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में उनके अपने ही उनके विरोधी बन रहें है. योगी सरकार के बर्ताव से उनके अपने दलित सांसद नाराज हैं. दलित उत्पीड़न से नाराज़ होकर इटावा के सांसद अशोक दोहरे ने पीएम नरेंद्र मोदी को खत लिखा और अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इटावा से बीजेपी सांसद अशोक दोहरे ने पीएम मोदी को खत लिखकर कहा है कि पिछले दिनों SC-ST ऐक्ट को लेकर हुए प्रदर्शन के बाद पुलिस दलित समुदाय के लोगों को झूठे केस बनाकर उन्हें गिरफ्तार कर रही है.
Police in the states where protests happened especially Uttar Pradesh have arrested many people on false charges, I have written to PM in this regard: Ashok Kumar Dohrey, BJP MP from Etawah(UP) #SCSTAct pic.twitter.com/3vIgBkcsCT
— ANI (@ANI) April 6, 2018
इटावा के सांसद अशोक दोहरे ने बताया कि, 2 अप्रैल को जहां-जहां SC-ST ऐक्ट को लेकर प्रदर्शन हुए, उसके बाद पुलिस वहां खासकर उत्तर प्रदेश में जाकर कई लोगों पर झूठे केस बनाकर उन्हें गिरफ्तार कर रही है. “मैंने इस मामले से नाराज़ होकर पीएम मोदी को पत्र भी लिखा है.”
आपको बता दें कि, इससे पहले गुरुवार को यूपी के रॉबर्ट्सगंज से बीजेपी के दलित सांसद छोटेलाल खरवार ने पीएम नरेंद्र मोदी को खत लिखकर सीएम योगी आदित्यनाथ की शिकायत की थी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि जिले अधिकारी उनका उत्पीड़न कर रहे हैं. साथ ही बीजेपी के दलित सांसद ने यह भी दावा किया कि जब उन्होंने इस मामले में सीएम योगी से मुलाकात करके शिकायत की तो सीएम ने उन्हें डांटकर भगा दिया. सांसद के खत में यूपी प्रशासन द्वारा उनके घर पर जबरन कब्जे और उसे जंगल की मान्यता देने की शिकायत की गई है.
Chhote Lal Kharwar, BJP MP from Robertsganj constituency, in a letter to the PM, has alleged that he met the UP Chief Minister twice regarding “corruption” in the district administration and forest department in Chandauli, but was instead “scolded and thrown out” pic.twitter.com/JSmbjCfYxb
— ANI UP (@ANINewsUP) April 6, 2018