अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट का हवाला देते हुए आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अब फेसबुक के साथ बीजेपी के संबंधों का खुलासा हो गया है। फेसबुक के कर्मचारी बीजेपी के नियंत्रण में काम कर रहे है।
ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘अलग-अलग लोकतंत्रों में फेसबुक के अलग-अलग मानक क्यों हैं? यह किस तरह का निष्पक्ष मंच है? यह रिपोर्ट बीजेपी के लिए नुकसानदेह है – यह समय है कि बीजेपी के फेसबुक के साथ संबंधों का खुलासा हो गया है और फेसबुक कर्मचारी पर बीजेपी के नियंत्रण की भी प्रकृति सामने आई।’
बता दें कि वॉल स्ट्रीट जनरल ने अपनी रिपोर्ट में बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि फेसबुक बिजनेस बचाने के लिए बीजेपी नेताओं की भड़काऊ पोस्ट पर कार्रवाई करने से बच रही है। फेसबुक (WSJ Report Facebook) की टॉप पब्लिक पॉलिसी एग्जिक्यूटिव ने ही ऐसा करने से मना किया है।
Why does Facebook have different standards in different democracies? What kind of "neutral" platform is this? This report is just as damaging for BJP – it's time that it disclosed the full extent of its relationship with FB & the nature of control BJP exercises over FB employees https://t.co/ytPXNlwgXF
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 15, 2020
रिपोर्ट में यह बताया गया है कि भारत में फेसबुक की दक्षिण और मध्य एशिया प्रभार की पॉलिसी निदेशक आंखी दास ने भाजपा नेता टी. राजा सिंह के खिलाफ फेसबुक के हेट स्पीच नियमों को लागू करने का विरोध किया था क्योंकि उन्हें डर था कि इससे कंपनी के संबंध भाजपा से बिगड़ सकते हैं।
इसके अलावा भाजपा नेताओं द्वारा मुस्लिमों पर जानबूझकर कोरोना वायरस फैलाने का आरोप लगाने, देश के खिलाफ साजिश रचकर या ‘लव जिहाद’ के बारे ने लिखने के बाद भी दास की टीम ने कोई कार्रवाई नहीं की। इतना ही नहीं एक पूर्व कर्मचारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि दास ने चुनाव से संबंधित मुद्दों को लेकर अनुकूल प्रचार करने को लेकर भाजपा की मदद भी की थी।
Facebook’s Hate-Speech Rules Collide With Indian Politics – WSJ
Mr Mark Zuckerberg please WALK THE TALK. By appointing Ankhi Das Mr Modi’s fan, who willingly approved Anti Muslim posts on Social Media, you have shown you don’t Practice what you Preach!! https://t.co/pg19nJhszo
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 15, 2020
इस मामले में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने इस मुद्दे पर फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग को घेरा है। दिग्विजय ने ट्वीट किया, ‘मार्क जकरबर्ग कृपया इस पर बात करें। प्रधानमंत्री मोदी के समर्थक अंखी दास को फेसबुक में नियुक्त किया गया जो खुशी-खुशी मुस्लिम विरोधी पोस्ट को सोशल मीडिया पर अप्रूव करता है। आपने साबित कर दिया कि आप जो उपदेश देते हैं उसका पालन नहीं करते।’