केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन पर इंदौर में शुक्रवार को भाजपा नेताओं के आयोजित राशन वितरण कार्यक्रम में जमकर सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) के नियमों की धज्जियां उड़ी। इस दौरान भोजन सामग्री के लिए अचानक लूट मच गई।
दरअसल, बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष और इंदौर (Indore) विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 से विधायक रह चुके सुदर्शन गुप्ता ने तोमर के जन्मदिन पर 2000 से ज़्यादा परिवारों को राशन के पैकेट देने के लिए बुलाया,जबकि कोरोना के संकट काल में लोगों की भीड़ एकत्रित करने पर प्रतिबंध है।
बावजूद पार्टी नेताओं ने बाणगंगा क्षेत्र के एक खुले मैदान में 2,000 जरूरतमंद परिवारों को राशन बांटने का कार्यक्रम आयोजित किया था। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थीं। खास बात यह है कि जिस कॉलोनी में लोगों की भीड़ एकत्रित की गई। वहाँ तीन कोरोन हॉट स्पॉट ज़ोन है।
इंदौर में @nstomar के जन्मदिन पर @BJP4India @BJP4MP नेताओं ने #lockdown #COVID19 नियमों की धज्जियाँ उड़ा दीं राशन वितरण में भीड़ बेकाबू बाद में @Sudarshanguptaa ने बस खेद जता दिया! @INCMP @jitupatwari @ndtvindia @ndtv #COVID19India @VTankha @GouravVallabh #CoronavirusIndia pic.twitter.com/N94wYBPNNh
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) June 12, 2020
बाद में सुदर्शन गुप्ता ने कहा जिन लोगों के पास टोकन नहीं था, उनकी वजह से फैली, इसके लिए वे खेद व्यक्त करते हैं। कांग्रेस ने इस घटना को लेकर डीआईजी हरीनारायण चारी मिश्र को आवेदन दिया और बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष सुदर्शन गुप्ता पर तत्काल एफआईआऱ दर्ज करने की मांग की है।
कांग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने कहा कि बीजेपी के पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने राशन नहीं कोरोना बांटा है क्योंकि जिस इलाके में ये आयोजन हुआ वो कमला नेहरू कॉलोनी में कोरोना के तीन हॉटस्पॉट ज़ोन हैं। बीजेपी ने इतने लोगों को बुलाकर उनको मौत के मुंह में डालने का काम किया। कांग्रेस का कहना है कि जो लोग इतने दिनों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा रहे थे उनकी मेहनत पर पानी फिर गया।कोराना के समय भीड़ इकट्ठा करना अपराध की श्रेणी में आता है, इसलिए सुदर्शन गुप्ता पर तत्काल प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए।
इससे पहले 26 मई को केंद्रीय मंत्री तोमर के श्योपुर में आयोजित कार्यक्रम में भी सोशल डिस्टेंसिंग की इसी तरह अनदेखी हुई थी। केन्द्र सरकार में कृषि एवं ग्रामीण पंचायत विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) के श्योपुर आगमन के दौरान भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला था।