कल भारत की एक मुस्लिम महिला ने देश का नाम ऊंचा कर दिया दरअसल Nikhat Zareen ने इस्तांबुल में आयोजित विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल में थाईलैंड की जिटपॉग जुतामास को 5-0 से एकतरफा हटाकर स्वर्ण पदक जीत कर देश का झंडा ऊंचा लहराया.
निखत ज़रीन के जजज़्बे और इस जीत पर उन्हें कल से बधाईया मिल रही है और उन्होंने ये खिताब 52 किग्रा भार वर्ग (प्लाई वेट) में जीता है. इस कारनामे को अंजाम देने के बाद वो पांचवी महिला बॉक्सर बन गयी है जो भारत के लिए ये सम्मान लायी. फाइनल बाउट में जजों ने 30-27, 29-28, 29-28, 30-27, 29-28 से भारतीय मुक्केबाज के पक्ष में वोट किया. फाइनल में शानदार जीत के साथ ही जरीन ने इस टूर्नामेंट बेहतरीन परफॉर्म कर ये पदक अपने नाम कर लिया.
इसके पहले मैरी कॉम साल 2008 में ये गोल्ड पदक लायी थी जो भारत का पहला स्वर्ण पदक भी है. वहीं इस टूर्नामेंट के इतिहास में यह भारत का 10वा गोल्ड मेडल है.
इतना ही नहीं जूनियर विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप की विजेता रह चुकी जरीन ने इससे पहले सेमीफाइनल मुकाबले में ब्राजील की कैरोलिन डि एलमेडा को भी 5-0 से हराकर फाइनल का टिकट लिया था.
इसके पहले मैरी कॉम ने रिकॉर्ड 6 बार (2002, 2005, 2006, 2008, 2010, 2018) विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है. इसके अलावा सरिता देवी (2006), जेनी आर.एल (2006) और लेखा के.सी (2006) ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता है।
निकहत की जीत के साथ भारत ने इस टूर्नामेंट का समापन एक गोल्ड और दो ब्रॉन्ज मेडल के साथ किया. मनिषा मौन ने 57 किलो भार वर्ग और प्रवीण हुड्डा ने 63 किलो भार वर्ग में भारत को कांस्य पदक भारत को जिताया है.
इस जीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘हमारे मुक्केबाजों ने हमें गौरवान्वित किया है । निखत जरीन को स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई । मैं मनीषा मोन और परवीन हुड्डा को भी कांस्य पदक जीतने पर बधाई देता हूं ।’
Our boxers have made us proud! Congratulations to @nikhat_zareen for a fantastic Gold medal win at the Women’s World Boxing Championship. I also congratulate Manisha Moun and Parveen Hooda for their Bronze medals in the same competition. pic.twitter.com/dP7p59zQoS
— Narendra Modi (@narendramodi) May 19, 2022