मोदी सरकार की आलोचना करना भी देश में जुर्म बन गया है। दरअसल, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पत्रकार विनोद दुआ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। ये एफ़आईआर भाजपा के प्रवक्ता नवीन कुमार की शिकायत पर दर्ज की गई है।
नवीन कुमार ने अपनी शिकायत में कहा है की विनोद दुआ ने अपने ‘‘द विनोद दुआ शो’’ के माध्यम से ‘‘फर्जी सूचनाएं फैला’’ रहे हैं। नवीन ने आरोप लगाया है कि विनोद दुआ ने फरवरी में दिल्ली में हुए दंगों पर गलत रिपोर्टिंग की। साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जब भाजापा जॉइन की, तब भी उन पर गलत संदर्भ में रिपोर्टिंग करने का आरोप है। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने भादंसं की धारा 290, 505 और 505 (2) के तहत मामला दर्ज किया है।
FIR दायर होने की जानकारी विनोद दुआ ने अपने फेसबुक पेज के ज़रिये दी। दुआ ने अपने फेसबुक पर लिखा,” प्रिय दोस्तों ,बीजेपी ने मेरे खिलाफ दिल्ली पुलिस में FIR दर्ज़ करवाया है। क्या मैं इतना महत्त्व रखता हूँ ?” हालांकि इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में उन्होंने बताया कि अभी तक दिल्ली पुलिस ने उनसे कोई संपर्क नहीं किया है।
FIR against Vinod Dua. One of the iconic journalists and the very best this country has produced. As per FIR he is threat to the nation, if so then every journalist is. This is nothing but to muzzle the voice of freedom and press.
— ashutosh (@ashutosh83B) June 6, 2020
दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज़ की गई FIR और नवीन कुमार के खिलाफ पत्रकारों में रोष दिखाई दे रहा है। पत्रकार आशुतोष ने भी विनोद दुआ के खिलाफ हुई FIR का विरोध किया है। आशुतोष ने ट्वीट करके कहा की ,” विनोद दुआ देश के आइकोनिक पत्रकार है और FIR के मुताबिक वो देश के लिए खतरा है। अगर ऐसा है तो देश का हर पत्रकार भी देश के लिए खतरा है। यह कुछ नहीं बस प्रेस की आवाज़ दबाने की कोशिश है।”
पत्रकार माधवन नारायणन ने भी ट्विटर के ज़रिये अपना विरोध जताया है। माधवन ने ट्वीट करके कहा की ,” जिस वक़्त पत्रकारों से सवाल पूछने पर सवाल किया जाता है उसी वक़्त लोकतंत्र की हत्या होनी शुरू होती है। जब तक फ्रीडम ऑफ़ थॉट की आज़ादी नहीं होती है तब तक फ्रीडम ऑफ़ प्रेस किस काम का।”
When journalists are questioned for asking questions or making comments, the first casualty is democracy itself. Freedom of speech has no meaning without freedom of thought.#VinodDua
— Madhavan Narayanan (@madversity) June 6, 2020
वहीँ पत्रकार अभिसार शर्मा ने भी विनोद दुआ के खिलाफ हुई पर FIR हैरानी जताई है। अभिसार शर्मा ने कहा की ,” विनोद दुआ देश के बड़े पत्रकार है और उन्होंने हमेश अपनी बात को सलिखे से देश के सामने रखा है।” अभिसार ने आगे,” अगर विनोद दुआ ने ऐसा कोई स्टेटमेंट दिया है तो वो जांच का मामला है। लेकिन सवाल यह उठता है की दिल्ली हिंसा को लेकर बीजेपी के नेता इतने जल्दी जागे है?” साथ ही उन्होने दिल्ली दंगों का मामला उठाते हुए कहा, कपिल मिश्रा के खिलाफ कोई कार्यवाई नहीं हुई, चार्जशीट में कपिल मिश्रा का नाम नहीं लिया गया। लेकिन विनोद दुआ के खिलाफ सीधे मामला दर्ज़ किया गया कोई जांच भी नहीं की गई।”
An FIR has been filed against iconic journalist @VinodDua7 for his show
‘The Vinod Dua Show’.
This attack on Vinod Dua is an attack on all of us.
The largest democracy of the world is attacking the biggest defenders of democracy.
Stop muzzling the Free Press.
Now!!!— Arfa Khanum Sherwani (@khanumarfa) June 6, 2020
इसके अलावा पत्रकार अरफ़ा ख़ानम शेरवानी ने भी विनोद दुआ के खिलाफ दायर FIR का विरोध किया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा की ,” आइकोनिक पत्रकार विनोद दुआ के “द विनोद शो” के खिलाफ FIR दर्ज़ की गई है। यह हमला सिर्फ विनोद दुआ पर नहीं है बल्कि हम सब पर है। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में आज उनलोगो पर हमला किया जा रहा जो लोकतंत्र के साथ खड़े रहते है। प्रेस की आवाज़ को दबाना बंद करो अब।”