श्रीलंका में चल रहे संकट से तो हर कोई वाकिफ है जिसके चलते वह अफरा तफरी मची हुई है अब इसको लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है जिसके तहत अधिकारियों ने कहा कि संकट में घिरे राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे गुरुवार को एक नए प्रधान मंत्री का नाम तय करने के लिए तैयार है, ताकि श्रीलंका को हिं’सा के दिनों के बाद के गंभीर आर्थिक संकट से बाहर निकालने की कोशिश की जा सके।
पांच बार के पूर्व प्रधान मंत्री रानिल विक्रमसिंघे 225 सदस्यीय संसद में क्रॉस-पार्टी समर्थन के साथ “एकता सरकार” का नेतृत्व करने और राजपक्षे के बड़े भाई महिंदा की जगह लेने के लिए सबसे आगे थे, जिन्होंने सोमवार को प्रधान मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया था।
बुधवार की रात को टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम एक संबोधन में हफ्तों तक देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के बाद राजपक्षे ने इस्तीफा दे दिया है।
खाना, ईंधन और दवाओं की भारी कमी और लंबे समय तक बिजली कटौती के साथ 22 मिलियन लोगों का देश आजादी के बाद इस समय सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है।
राजपक्षे ने टेलीविजन पर दिए अपने भाषण में कहा, “मैं एक ऐसे प्रधानमंत्री का नाम लूंगा जो संसद में बहुमत और लोगों का विश्वास हासिल करेगा।”