आज हम आपको एक कहानी बताने जा रहे जिसे पढ़ने के बाद शायद आप का दिल टूट जाएगा यह कहानी दरअसल एक अफगान बच्चे की है जिसका नाम यार मोहम्मद है इस बच्चे ने क़ुरआन हिफ़्ज़ कर लिया है वो इस ख़ुशी में बहुत खुश था और जब उसकी दस्तारबंदी होने लगी, जो की एक सेरेमनी होती है जिसमे हाफिजों को सम्मानित किया जाता है तो उसकी फॅमिली में से वहा कोई भी मौजूद नहीं था।
जब उससे एक जर्नलिस्ट ने पूछा की आज इतने बड़े मौके पर जब उसकी ज़िन्दगी का सबसे बड़ा दिन है तो कोई मौजूद क्यों नहीं है तो उस बच्चे के मुँह से आवाज़ नहीं निकली और वो बुरी तरह से रोने लगा।
दरअसल यार मोहम्मद की पूरी फॅमिली को अफगानिस्तान में हुए 1 साल पहले ड्रो’न स्ट्रा’इक में मा’र दिया गया था फिर जब उससे सवाल हुआ तो वो याद करके रो पड़ा और उसकी आंखों से आंसुओं का सैलाब निकल पड़ा जिसके बाद वहां खामोशी छा गई और लोगों के दिल से उसके लिए दुआए निकलने लगी और लोगो ने उस बच्चे को संतावना दी।
इतना ही नहीं अफगानिस्तान के हालात इतने बुरे है की जनवरी 2022 तक 13000 नवजात शिशुओं की मौ’त हो चुकी है जिसका कारण भुख’मरी और कुपो’षण है इस रमज़ान अफगानिस्तान के लिए दुआ की दरख्वास्त है।