फतवा काउंसिल ने घोषित किया है की अगर कोई रोज़ा नहीं रखता है तो उसे कफ़्फ़ारा देना होगा इसके साथ ही इस साल संयुक्त अरब अमीरात ने जकात अल फितर का मूल्य प्रति व्यक्ति Dh25 निर्धारित किया गया है।
जकात और फितरा रमजान के पाक महीने के खत्म होने से कुछ दिन पहले गरीबों को दिया जाने वाला दान है। ज़कात और फितरा रमजान के पहले दिन से लेकर ईद की नमाज़ के पहले तक देने वाली राशि है।
हर मुसलमान जिसके पास ज़रूरत से ज़्यादा पैसा या सोना है उसे ज़कात देना फ़र्ज़ है जो पैगंबर मुहम्मद (PBUH) द्वारा निर्धारित किया हुआ है और हर मुस्लिम शख्स को फितरा देना ही होता है इसके साथ ज़कात जिन लोगो पर जायज़ है उन्हें इसे निकालना फ़र्ज़ है। घर के सर्वेसर्वा को अपने परिवार के हर गैर-कमाई सदस्यों के लिए एक राशि देनी होती है।
यूएई फतवा कौंसिल ने रमजान से संबंधित अन्य राशियों की भी घोषणा की है, जिनमें शामिल हैं: फिद्या और कफ़्फ़ारा देश में रजिस्टर्ड धार्मिक संस्थाओ के माध्यम से किया जाना है। रमजान का पवित्र महीना इस साल 2 अप्रैल से शुरू होने की संभावना है।