रमजान के शुरू होते ही उमराह ज़ायरीनों की तादाद बढ़ जाती है और इस बार ये तादाद इसलिए भी ज़्यादा है क्योकि कोरोना के चलते पहले दो साल गाइडलाइन्स की वजह से उमराह उस तरह से नहीं हो पाया था जैसे पहले होता था. जिसके चलते ज़मज़म पानी की डिमांड भी बहुत बढ़ जाती है इस डिमांड को पूरा करने के लिए और हर ज़ायरीन और विज़िटर्स को इसकी आपूर्ति हो सके इसके लिए एक प्रोग्राम King Abdullah Bin अब्दुलअज़ीज़ नामक चलाया जा रहा है जिसमे ज़मज़म को बांटना शामिल है।
इस प्रोग्राम के जनरल एडमिनिस्ट्रेशन ने पैकिंग प्लांट में सभी उत्पादन लाइनों की तैयारी की पुष्टि की है, जिसमें प्रति दिन 200,000 पांच-लीटर की अधिकतम क्षमता का उत्पादन करना है, इस प्रोग्राम के तहत 2 मिलियन से अधिक बोतलों की आपूर्ति को पूरा करना है जिससे डेली आपूर्ति को पूरा किया जा सके।
दो पाक मस्जिदों के मामलों के प्रेसीडेंसी के अध्यक्ष शेख डॉ अब्दुल रहमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल-सुदैस के निर्देशों के कार्यान्वयन में आता है. जो ज़मज़म को बांटने के लिए राजा अब्दुल्ला बिन अब्दुलअज़ीज़ प्रोग्राम की समिति के अध्यक्ष भी हैं।