जापान की एक मस्जिद जो जापान के कोबे में है उसको miracle mosque के नाम से जाना जाता है अब आप ये सोच रहे होंगे की ऐसा क्यों है और इसके पीछे क्या कारण है की इस मस्जिद को वह के ही लोगो ने इस नाम से बुलाना शुरू कर दिया तो इसके कई कारण है जो आज हम आपको बताएंगे।
दरअसल जब वर्ल्ड वॉर तवो चल रही थी उस समय जापान में ब’म’बारी हुई तब भी इस मस्जिद को कुछ भी नहीं हुआ और यह जैसे की तैसी खड़ी रही उसके बाद वहीं पर एक बहुत बड़ा भूकं’प आया जिसके बाद भी यह मस्जिद जस की तस खड़ी रही इसके साथ ही बहुत भयानक बा’ढ़ आयी लेकिन तब भी इसे कुछ नहीं हुआ।
जिसके बाद इस मस्जिद को miracle mosque के नाम से जाना जाने लगा वहां के लोगों ने मिलकर इस मस्जिद को ये नाम दिया इस मस्जिद को 1935 में बनवाया गया था।
दरअसल वर्ल्ड वॉर वन के बाद कई मुस्लिम जो कि जापान में रहते थे उन्होंने एक फंड को रेज़ किया जिसके बाद इस मस्जिद को कोबे में बनवाया इस मस्जिद को बनवाने के लिए कई लोगों ने डोनेशन दिया जिसमें इजिप्ट के लोग, तातर और सीरिया के मुसलमान शामिल थे लेकिन इसके बनने के 10 साल के बाद ही कोबे सिटी पर बम गिराया गया।
यह ब’म यूएस के जेट द्वारा सेकंड वर्ल्ड वॉर में गिराया गया था इस ब’म’बारी के बाद पूरी सिटी तहस-नहस हो गई थी लेकिन यह मस्जिद वैसी की वैसी खड़ी रही और इसके बाद बहुत बड़ी बा’ढ़ आई तब भी यह मस्जिद बिलकुल ठीक रही वही इसके बाद जापान का सबसे ज्यादा खतरनाक भूकं’प जब 1995 में आया जिसमें कई घरों और लोगों को तबा’ह कर दिया लेकिन तब भी इस मस्जिद को कुछ भी नहीं हुआ।
जिसके बाद इसे इस नाम से नवाज़ा गया अब इसे आप अल्लाह का करिश्मा ही कहेंगे जिसने इस मस्जिद को सलामत रखा।