सऊदी Ministry of Interior ने 2019 में पहली बार पहल शुरू करने के बाद चौथे वर्ष पाकिस्तान, मलेशिया, इंडोनेशिया, मोरक्को और बांग्लादेश सहित पांच देशों में “मक्का रूट” पहल की शुरुआत की है।
इसके साथ ही Ministry ने कहा कि “मक्का रूट” पहल का मकसद ज़ायरीनों को किंगडम में आसानी से आने के लिए सुविधा प्राप्त करना है इसके साथ ही उन्हें उनके देश में हज में आने के लिए आसानी हो सके भी इसका एक मकसद है।
आगे वो बताते है की- यह इलेक्ट्रॉनिक रूप से वीजा जारी करने और ख़ास लाभों को लेने के साथ शुरू होता है, और फिर ज़ायरीनों के हेल्थ अच्छी है और वो इम्यून है इसके बारे में पुष्टि करने के बाद प्रस्थान के लिए देश के हवाई अड्डे पर संपूर्ण पासपोर्ट प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद उनके लिए आसानी पैदा करता है।
इतना ही नहीं इन procedure में किंगडम में अपने निवास स्थान पर भेजने के लिए ज़ायरीनों के सामान की कोडिंग और छंटाई करना भी शामिल है।
उनके आने पर, वे निर्दिष्ट रास्तों के साथ मक्का और मदीना में अपने निवास स्थान पर ले जाने के लिए सीधे बसों में जा सकते है, जबकि सेवा अधिकारी उनके निवास स्थान पर उनका सामान पहुंचाते हैं।
The ministry implements the initiative in cooperation with the ministries of Foreign Affairs, Health, Hajj and Umrah, the General Authority of Civil Aviation, the Zakat, Tax and Customs Authority, the Saudi Data and Artificial Intelligence Authority “SDAIA”, अल रहमान कार्यक्रम” को लागू करता है जो सऊदी विजन 2030 कार्यकारी कार्यक्रमों में से एक है और ज़ायरीनों को हर तरह की सुविधा देने में अव्वल है।