भारत के उत्तरप्रदेश में स्थित लूलू मॉल उद्घाटन के दिन से ही चर्चा में बना हुआ है, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मॉल का उद्घाटन करने के बाद जनता के लिए खोल दिया था. जिसे बाद से लगातार यह मॉल सोशल मीडिया पर चर्चा में बना हुआ है.
वहीँ मॉल में नमाज़ का विडियो आने के बाद से यह मॉल कट्टरपंथीयों के निशाने पर है, मॉल को लेकर लगातार ट्विटर और फेसबुक पर निशाना साधा जा रहा है, नमाज़ का विडियो वायरल होने के बाद हिन्दू संगठनों ने ऐलान किया की वहां हनुमान चालीसा पढ़ेंगे तथा सोशल मीडिया पर कर्मचारियों के धर्म को लेकर भी अफवाहे फैलाई जा रही है.
इस सारे मामले को लेकर मॉल ने आज सफाई पेश की है. लुलु इंडिया शॉपिंग मॉल प्राइवेट लिमिटेड, लखनऊ के क्षेत्रीय निदेशक जयकुमार गंगाधर ने उन दावों को ख़ारिज़ किया है कि मॉल के ज़्यादातर कर्मचारी मुसलमान हैं. उन्होंने इस बात पर चिंता जताई है कि निहित स्वार्थों वाले कुछ लोग उनके मॉल को निशाना बना रहे हैं.
#LuluMall is now open in Lucknow
The biggest mall of Uttar Pradesh ?
Where Namaz being offeredMaybe this is happening at the behest of #PFI and trending a hashtag #IndiawithPFI#BoyCottLulluMall pic.twitter.com/trowYvzEMI
— Rekha Sharma (@Rekha1sharma1) July 15, 2022
गंगाधर ने दावा किया है कि उनके यहां काम करने वालों में से 80 फ़ीसदी से अधिक लोग हिंदू हैं और बाक़ी लोग अन्य सभी धर्मों के हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनके कर्मचारियों में उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों के लोग भी शामिल हैं.
मॉल ने यह भी दावा किया है कि उनके यहां काम करने वालों को जाति, धर्म या मत के आधार पर नौकरी नहीं दी जाती. मॉल के अनुसार, उनके यहां कार्यकुशलता और योग्यता के आधार पर लोगों को रखा जाता है.
Police arrested two youths who recited #HanumanChalisa in Lucknow’s #LuluMall in response to Namaz. pic.twitter.com/89pBbuU9Iz
— Nikhil Choudhary (@NikhilCh_) July 16, 2022