दुनियभर के मुसलमानो के हज करना उनके जीवन का एक बड़ा सपना होता है जिसे वे सभी हासिल करने की ख्वाहिश रखते हैं और खासकर अब जब दो साल के बा कोविद की गाइडलाइन्स में ढील दी गयी है तो लोगो ने हज में जाने के सपने को सच करने का फिर से कोशिश की है और बहुत से लोग इसमें कामियाब भी रहे है।
लेकिन क्या आपने सोचा है की आपको हज करने का मौक़ा मिले और आप इसे छोड़ दें शायद आप ये नहीं सोच सकते लेकिन केरल के मुस्लिम जोड़े जैस्मीन और हनीफा का इस साल हज छोड़ने और बेघर लोगों के लिए घर बनाने के लिए जमीन दान करने का फैसला एक बड़ा बलिदान है।
दरअसल इस संपत्ति का निर्णय तब आया जब उन्होंने किराए में रहने वाले एक पड़ोसी-परिवार की दुर्दशा को देखा जिसके बाद उन्होंने अपना मन बदल लिया।
इस पर कश्मीर टुडे ने बताया” हनीफा ने कहा “हम अपनी ज़मीन बेच कर हज पर जाने की योजना बना रहे थे। लेकिन, पिछले कुछ महीनों में, हमने कुछ ऐसी घटनाएं देखी हैं जिनमें कुछ परिवारों के पास संपत्ति नहीं है। इस तरह की घटनाओं ने हमें अपनी हज पर जाने के सपने के बारे में फिर से पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर दिया।
इस घटना से प्रभावित होकर, दंपति ने भूमिहीनों के लिए राज्य सरकार की प्रमुख आवास योजना, LIFE मिशन को अपनी पुश्तैनी जमीन दान कर दी।
हनीफा ने कहा, “उस घटना के बाद, हमने हज के लिए जाने के बजाय जरूरतमंदों की मदद के लिए जमीन का इस्तेमाल करने का फैसला किया।”
दंपति के फैसले की सराहना करते हुए स्थानीय स्वशासन मंत्री एम वी गोविंदन ने कहा कि यह समाज के लिए एक प्रेरणा है की उन्होंने दूसरो की मदद करना ज़रूरी समझा ।