रियाद : इस साल की हज यात्रा कोविड से पहले के अपने पुराने स्वरूप में वापस आती दिखेगी जिसमें यात्रियों की संख्या 20 लाख तक पहुंच सकती है। सऊदी अरब इस साल हज सीजन के दौरान 41,300 अल्जीरियाई तीर्थयात्रियों सहित 20 लाख तीर्थयात्रियों का स्वागत करने के लिए तैयार है। सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्री डॉ तौफीक बिन फवजान अल-रबिया ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी है। सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार, अल-रबिया ने पवित्र स्थलों पर बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए देश की विकास परियोजनाओं और बुनियादी ढांचे के इस्तेमाल पर भी ध्यान केंद्रित किया।
कोरोना काल के बाद दोबारा शुरू हुई हज यात्रा का स्वरूप काफी बदला हुआ है। अब इसमें कई नई सुविधाएं भी शामिल हैं। खलीज टाइम्स की खबर के अनुसार, इसमें Haramain एक्सप्रेस ट्रेन भी शामिल है जो मक्का और मदीना को दो घंटे की यात्रा के माध्यम से जोड़ती है। इस महीने की शुरुआत में, सऊदी अरब ने ऐलान किया था कि तीन साल के प्रतिबंधों के बाद इस साल हज यात्रियों की संख्या पर कोई सीमा लागू नहीं होगी।
इस्लाम में हज यात्रा का बड़ा महत्व है। हज करने को इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक माना जाता है जिसे सभी समर्थ मुसलमानों को कम से कम एक बार जरूर करना चाहिए। इस साल हज यात्रा की शुरुआत जून में होगी। सऊदी सरकार के नए नियमों के अनुसार अब महिलाओं को हज करने के लिए पुरुष साथी ‘मेहरम’ की जरूरत नहीं होगी। 2019 में करीब 25 लाख लोगों ने हज यात्रा में हिस्सा लिया था लेकिन इसके बाद आए कोरोना वायरस ने हज यात्रा को भी प्रभावित किया।
कोविड महामारी के चलते हज यात्रियों की संख्या में भारी कमी दर्ज की गई। 2022 में करीब 9 लाख हज यात्री मक्का और मदीना पहुंचे थे जिनमें 7,80,000 विदेशी भी शामिल थे। पिछले साल अक्टूबर में सऊदी मंत्री ने घोषणा की थी कि उमरा वीजा की अवधि को एक महीने से बढ़ाकर तीन महीने कर दिया गया है। उन्होंने कहा था कि यह हर देश के हज यात्री पर लागू होगा। इस बार सऊदी सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं का फायदा भारतीय हज यात्री भी उठा सकेंगे।