ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जोंसन द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए चयन शुरू हो गया है. ऐसे में आपको बता दें ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की दौड़ में भारतीय मूल के ऋषि सुनक का चेहरा देखा जा रहा है और ख़ास बात यह है की ऋषि सुनक इस दौड़ में आगे बढ़ते हुए भी नज़र आ रहे है. वित्त मंत्री का खासा अनुभव होने के कारण भी ऋषि सुनक ब्रिटेन की कंजर्वेटिव पार्टी के नए नेता और प्रधानमंत्री चुने जाने की दौड़ में आगे नज़र आ रहे है.
बता दें कि इस दौड़ में कॉमन्स लीडर मार्क स्पेंसर, पूर्व पार्टी चेयरमैन ओलिवर डोडन और पूर्व कैबिनेट मंत्री लियाम फॉक्स के साथ-साथ कंजर्वेटिव पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेतागण ऋषि सुनक का समर्थन कर रहे है. और वित्त मंत्री ऋषि सुनक के विपरीत दौड़ में खड़े होने वाले ब्रिटेन प्रधानमन्त्री पद के लिए सबसे पहले नाइजीरियाई मूल के पूर्व समानता मंत्री केमी बेडेनोच ने सबसे पहले अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की.
टोरी पार्टी के स्टीव बेकर ने गोवा-मूल क महान्यायवादी सूएलाबेकर के समर्थन में उम्मेदवारी वापस ले ली. इनके अलावा कंजर्वेटिव पार्टी के वरिष्ठ सदस्य टॉम तुगेन्धात भी दौड़ में शामिल हो गये. बोरिस सरकार में परिवहन मंत्री ग्रांट शैप्सऔर वित्त मंत्री नदीम जाहवी भी इस चुनावी दौड़ में नज़र आये है. अनुमान लगाया जा रहा है कि ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन छोड़ने के समर्थक सुनक मतभेद दूर कर सत्ताधारी पार्टी को मज़बूत बना सकते है और देश में आने वाली आर्थिक चुनोतियो से भी लड़ सकते है.
ऋषि सुनक द्वारा ‘रेडी फॉर ऋषि’ नामक विडियो सोशल मीडिया पर शेयर की गई थी जिसमे उन्होंने कहा था कि कोरोना महामारी के दौरान मैंने सरकार के सबसे मुश्किल वित्त विभाग का संचालन किया है जिसके बाद बोरिस जोंसन के चाहने वाले ऋषि की जमकर आलोचना कर रहे है. उनके द्वारा यह दावा किया जा रहा है कि वीडियो से प्रतीत होता है कि इसकी तैयारी काफी पहले से की जा रही थी.